आईआरजी एनजीओ ने वार्ड नंबर 2, बद्दी में सभी आशा वर्कर्स, फीमेल हेल्थ वर्कर्स और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जागरूक और प्रशिक्षित करना था।
बद्दी फायर स्टेशन से लीडिंग फायरमैन पवन कुमार और फायरमैन सुरजीत सिंह ने इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व किया। उन्होंने आपातकालीन स्थितियों, आग लगने पर सुरक्षा उपायों, और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मॉक ड्रिल में प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल प्रशिक्षण भी दिया गया, जिसमें आग बुझाने के उपकरणों के सही उपयोग और प्रभावित व्यक्तियों की सुरक्षा के उपायों को समझाया गया।
कार्यक्रम में 65 से अधिक आशा वर्कर्स, फीमेल हेल्थ वर्कर्स और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान सीएचसी बद्दी से सुपरवाइजर प्रवेश और एसएमओ डॉ. महावीर विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण सत्र आपदा प्रबंधन में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की कुशलता बढ़ाने में बेहद मददगार साबित होते हैं।
आईआरजी एनजीओ की ओर से परियोजना अधिकारी बलजिंदर सिंह ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे अपने क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आपदा प्रबंधन में कुशल बनाना है, बल्कि समुदाय को सुरक्षित रखने में उनकी भागीदारी को और सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और इस पहल की सराहना की।
बद्दी 28 जनवरी सतीश जैन