डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को एक बार फिर पैरोल मिल गई है। इस बार वह सिरसा डेरा में जाएंगे, जो 2017 के बाद पहली बार हो रहा है। सुनारिया जेल से मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर निकाला गया।
गुरमीत राम रहीम को इस बार 40 दिनों की पैरोल दी गई है। सूत्रों के अनुसार, पैरोल का कारण धार्मिक गतिविधियों और डेरा से जुड़े कार्यों में हिस्सा लेना बताया गया है। इससे पहले वे उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित बरनावा आश्रम में पैरोल पर समय बिताते थे, लेकिन इस बार सिरसा डेरे में जाने की अनुमति दी गई है।
गुरमीत राम रहीम की यात्रा को ध्यान में रखते हुए सिरसा और जेल से डेरा तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हरियाणा पुलिस के साथ विशेष सुरक्षा एजेंसियों को भी तैनात किया गया है। उनके आने से पहले सिरसा डेरा के आसपास सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई है।
2017 में दोषी ठहराए जाने के बाद यह पहली बार है जब गुरमीत राम रहीम सिरसा डेरा जाएंगे। उनकी इस यात्रा को डेरा समर्थकों के लिए भावनात्मक और संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। डेरा परिसर में उनके प्रवास के दौरान सत्संग और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होने की संभावना है।
गुरमीत राम रहीम की पैरोल को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। कई संगठनों ने इसे चुनावी लाभ से जोड़कर देखा है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इस मामले पर जनता और विपक्षी दलों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
गुरमीत राम रहीम की सिरसा यात्रा और पैरोल का
हरियाणा से हरदेव सिंह की रिपोट