सोमवार को “चहकता आंगन फाउंडेशन” के तरफ से रामलखन सिंह यादव के महिला NCC कैडेट्स के बीच निःशुल्क सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। फाउंडर अमित कुमार ने मौजूद बच्चियों और अभिभावकों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता हेतु विस्तृत जानकारी साझा किए । ग्रामीण क्षेत्रों में आज के समय में भी सैनिटरी पैड के जगह कपड़ा का उपयोग कर गंभीर बीमारीयों से ग्रसित हो रहे है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है।सैनिटरी पैड के उपयोग से स्वास्थ्य पर होने वाले लाभ के बारे में असिस्टेंट प्रोफेसर सोनम कुमारी,सिम्मी कुमारी एवं अनुष्का कुमारी के द्वारा विशेष रूप से महिला कैडेटों के बीच जानकारी दिया गया । संस्था के डायरेक्टर सौरभ कुमार के द्वारा अब तक के लिए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी, बताते चले कि नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा पंजीकृत शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली औरंगाबाद की संस्था “चहक़ता आंगन फाउंडेशन” शिक्षा, रोजगार, महिला सशक्तिकरण पर अहम भूमिका हेतु युवतियों एवं महिलाएं के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोली है, जिसमें निर्धन एवं असहाय परिवार के बच्चियों एवं महिलाओं के लिए ब्यूटीशियन, सिलाई,एवं मेहंदी का प्रशिक्षण योग्य एवं अनुभवी महिला प्रशिक्षक के द्वारा निःशुल्क दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण की अवधि लगभग 2 से 3 महीने की दी गई है। इसमें स्मार्ट क्लास एवं प्रैक्टिकल एवं थ्योरी की विशेष व्यवस्था की गई है जिसका ऑफिस नगर थाना के सामने है। ज्ञात हो कि यह संस्था पूर्व से ही ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य जागरूकता हेतु कार्यरत है। लगभग 15 से 17 शिक्षा सेंटर औरंगाबाद जिलाअंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की बच्चो एवं बच्चियों के लिए निःशुल्क “हमहुँ पढ़ब” के नाम से कार्य कर रही है।यह संस्था विशेष त्योहारों में झुग्गी -झोपड़ी में रहने वाले दीन बंधु को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सहायता भी करती है।यह संस्था स्वास्थ्य के उदेश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में युवती एवं महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन का निःशुल्क वितरण करते हुए जागरूकता अभियान चला रही है आगे भी समाज में जागरूकता के लिए अनेकों कार्य होंगे। लेफ्टिनेंट विवेक कुमार के द्वारा संस्था अंतर्गत किए जा रहे कार्यों को सराहनीय कदम बताया।अनुष्का कुमारी, सिम्मी सिंह,सोनू कुमार योगी, विशाल कुमार, मोनू कुमार,प्रकाश चौहान के नेतृत्व में ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में संस्था के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
बिहार औरंगाबाद से धर्मेन्द्र कुमार की रिर्पोट