धौलपुर, 5 मार्च। राजस्थान के धौलपुर जिले में जमीन माफियाओं का हौसला इस कदर बढ़ गया है कि वे मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री कराने से भी नहीं हिचकिचा रहे। ऐसा ही एक मामला जिले के गांव रूंध पचगांव में सामने आया, जहां मृतक सोहन सिंह की 8 बीघा 7 विस्वा जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए हड़पने की कोशिश की गई। हालांकि, उपपंजीयक धौलपुर की सतर्कता से यह फर्जी रजिस्ट्री होते-होते बच गई, जिससे जमीन के असली मालिक को बड़ा नुकसान होने से रोका जा सका।
इस जमीन घोटाले में मुख्य आरोपी सतनाम सिंह बैंस और हरभजन सिंह बैंस ने अपने कनाडा निवासी समधी जसवीर सिंह भुल्लर को भारत बुलाकर फर्जी सोहन सिंह बनवाया। आरोपियों ने मृतक सोहन सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर रजिस्ट्री कराने का षड्यंत्र रचा था।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा बेनकाब
धौलपुर जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरडा के निर्देशन में थानाधिकारी हरिनारायण मीना ने जांच शुरू की। उपपंजीयक को संदेह होने पर उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद जांच में बड़ा खुलासा हुआ। आरोपियों ने सोहन सिंह के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे और उसे जसवीर सिंह भुल्लर के नाम पर दिखाकर रजिस्ट्री कराने की कोशिश की थी।
तीन आरोपी गिरफ्तार, गिरोह की तलाश जारी
जांच में पुलिस ने सतनाम सिंह बैंस, हरभजन सिंह बैंस और जसवीर सिंह भुल्लर को गिरफ्तार कर लिया है। इनके साथ षड्यंत्र रचने वाले मुन्ना खां और सगीर खां की तलाश जारी है। पुलिस को संदेह है कि यह सिर्फ एक मामला नहीं है, बल्कि इससे जुड़े अन्य बड़े जमीन घोटाले भी सामने आ सकते हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की जमीन खरीद-फरोख्त से पहले दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच कर लें ताकि वे किसी ठगी के शिकार न हों।