बद्दी, 6 फरवरी: हिमाचल प्रदेश की स्टील इंडस्ट्री गहरे संकट में है, और उद्योगपतियों ने प्रदेश सरकार को साफ चेतावनी दी है कि यदि 25 फरवरी तक बिजली दरों में कटौती नहीं की गई, तो सभी स्टील उद्योग अनिश्चितकालीन तालाबंदी पर चले जाएंगे।
क्या है विवाद?
हिमाचल प्रदेश स्टील इंडस्ट्रीज एसोसिएशन का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा ₹1 प्रति यूनिट की सब्सिडी खत्म करने, 20 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त सेस लगाने और बीते दो वर्षों में 46% तक बिजली दरें बढ़ाने से स्टील उद्योग संकट में आ गया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष मेघराज गर्ग और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि अब हिमाचल में उद्योग चलाना संभव नहीं रहा और सरकार इस संकट को गंभीरता से नहीं समझ रही है।
सरकार से क्या मांग है?
1️⃣ बिजली दरों में कटौती की जाए।
2️⃣ ₹1 प्रति यूनिट सब्सिडी बहाल की जाए।
3️⃣ 20 पैसे प्रति यूनिट मिल्क सेस को हटाया जाए।
उद्योगपतियों की चेतावनी
अगर 25 फरवरी तक सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो:
✅ 26 फरवरी से सभी स्टील उद्योग बंद कर दिए जाएंगे।
✅ अपने लोड कनेक्शन सरेंडर कर दिए जाएंगे।
✅ आगामी ₹100 करोड़ का बिजली शुल्क नहीं चुकाया जाएगा।
बददी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र पर असर
बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में सैकड़ों स्टील इकाइयां कार्यरत हैं, जो राज्य सरकार को भारी मात्रा में राजस्व प्रदान करती हैं। अगर ये उद्योग बंद हो गए तो हजारों मजदूरों और कर्मचारियों की नौकरियों पर संकट आ जाएगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी गहरा झटका लगेगा।