बद्दी, 7 फरवरी (सतीश जैन) – हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग संगठन बीबीएन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (BBNIA) बिजली दरों में हुई भारी वृद्धि के विरोध में स्टील उद्योगों के समर्थन में उतर आया है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि उद्योग बंद हो गए तो हिमाचल में बेरोजगारी बढ़ेगी और राज्य की औद्योगिक छवि को नुकसान होगा।
बीबीएनआईए के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, महासचिव यशवंत ठाकुर और प्रवक्ता मुकेश जैन ने कहा कि हिमाचल को एक बिजली अधिशेष राज्य के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब सरकार की नीतियों से उद्योगों पर भारी बोझ पड़ रहा है।
बिजली दरों में बढ़ोतरी से संकट में उद्योग
- पिछले दो वर्षों में बिजली सब्सिडी खत्म कर दी गई है और बिजली शुल्क में भारी इजाफा हुआ है।
- बिजली की खपत पर 10 पैसे का “दूध उपकर” और 2-10 पैसे का “पर्यावरण उपकर” लगाया गया जिससे उद्योगों की लागत और बढ़ गई है।
- पिछले 2 वर्षों में बिजली की दरों में लगभग 50% की वृद्धि हुई है, जो स्टील, कपड़ा और अन्य बिजली-आधारित उद्योगों के लिए असहनीय हो गई है।
स्टील उद्योग पर गहरा असर
स्टील उद्योग न केवल 15 लाख लोगों को रोजगार देता है, बल्कि सरकारी राजस्व में भी महत्वपूर्ण योगदान करता है।
बीबीएनआईए ने स्टील इंडस्ट्री की बिजली टैरिफ बढ़ोतरी को वापस लेने और दूध एवं पर्यावरण उपकर समाप्त करने की मांग का पुरजोर समर्थन किया है।
सरकार से अपील
संगठन ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से तत्काल हस्तक्षेप करने और बिजली दरों को पुरानी स्थिति में लाने की अपील की है ताकि हिमाचल में औद्योगिक विकास बना रहे और रोजगार के अवसर सुरक्षित रहें|