मुंबई: भारतीय शेयर बाजार ने आज मंगलवार को ग्लोबल बाजारों से मिले-जुले संकेतों के साथ सुस्त शुरुआत की। क्रिसमस से पहले GIFT निफ्टी सपाट रहते हुए 23,775 के पास कारोबार कर रहा था, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 78,550 के करीब और निफ्टी 23,750 के ऊपर बना रहा।
बाजार का हाल: सोमवार को बाजार में तेजी थी, जहां विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने स्टॉक फ्यूचर्स में 6,500 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी की थी। घरेलू फंड्स ने भी करीब 2,200 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। हालांकि, आज मेटल, रियल एस्टेट, हेल्थकेयर और फार्मा इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली।
प्रमुख इंडेक्स और स्टॉक्स का प्रदर्शन:
निफ्टी: ऑटो, एफएमसीजी, आईटी और मीडिया इंडेक्स में मामूली बढ़त देखी गई।
बैंक निफ्टी: सीमित दायरे में कारोबार करता रहा।
गिरावट वाले स्टॉक्स:
सिप्ला
JSW स्टील
श्रीराम फाइनेंस
टाटा कंज्यूमर
अल्ट्राटेक सीमेंट
तेजी वाले स्टॉक्स:
टाटा मोटर्स
अदाणी एंटरप्राइजेज
बीईएल
भारती एयरटेल
हीरो मोटोकॉर्प
अंतरराष्ट्रीय संकेतों का प्रभाव:
अमेरिकी बाजार सोमवार को कमजोर शुरुआत के बाद रिकवर हुए। डाओ 400 अंकों की रिकवरी के साथ 70 अंकों की बढ़त पर रहा, जबकि नैस्डैक 200 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ। हालांकि, क्रिसमस के कारण मंगलवार को अमेरिकी बाजार आधे दिन के लिए खुलेगा और बुधवार को बंद रहेगा।
सोना और चांदी की कीमतें:
सोना: अंतरराष्ट्रीय बाजार में $2,630 प्रति औंस तक गिरा।
चांदी: $30 के ऊपर सपाट रही।
घरेलू बाजार में सोना ₹300 की गिरावट के साथ ₹76,100 पर और चांदी ₹600 की तेजी के साथ ₹89,000 के ऊपर बंद हुई।
तेल बाजार:
कच्चे तेल की कीमत में स्थिरता रही, और यह $73 प्रति बैरल से नीचे कारोबार कर रहा है। कमजोर डॉलर और सीमित मांग के कारण तेल बाजार में कोई बड़ा उछाल देखने को नहीं मिला।
आज की बड़ी खबरें:
TRAI का टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश: वॉयस कॉल और एसएमएस को स्पेशल टैरिफ वाउचर में शामिल करना अनिवार्य।
ऑटो सेक्टर मर्जर की चर्चा: होंडा और निसान के विलय से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटो कंपनी बनने की संभावना।
भारत फोर्ज: अमेरिकी सब्सिडियरी में ₹549 करोड़ का निवेश करेगी।
निवेशकों के लिए सलाह:
विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिसमस के आसपास ग्लोबल संकेत कमजोर रह सकते हैं, जिससे भारतीय बाजारों में भी सीमित दायरे में कारोबार हो सकता है। मेटल और हेल्थकेयर सेक्टर में गिरावट का रुख जारी रह सकता है, जबकि आईटी और ऑटो सेक्टर में खरीदारी के अवसर मिल सकते हैं।