माजुली (मरुधरा प्राइम न्यूज़, मृगनयन बोरुआ): माजुली और जोरहाट को जोड़ने वाले ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्माणाधीन पुल का कार्य पिछले सात महीनों से ठप्प पड़ा हुआ है। इस देरी के विरोध में आज सदौ माजुली जिला छात्र संघ के नेतृत्व में विभिन्न सामाजिक संगठनों और आम जनता ने मानव श्रृंखला बनाकर अपनी आवाज बुलंद की।
इस विशाल प्रदर्शन में स्थानीय लोगों के साथ-साथ छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापारी समुदाय भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुल निर्माण कार्य को तुरंत शुरू करने की मांग करते हुए सरकार पर जल्द कार्रवाई का दबाव बनाया।
सरकार को सौंपा गया ज्ञापन
इस विरोध प्रदर्शन के साथ ही भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्री और असम के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन माजुली जिला प्रशासन के माध्यम से भेजा गया, जिसमें सरकार से जोरहाट-माजुली पुल निर्माण कार्य को शीघ्र शुरू करने की अपील की गई।
छात्र संघ के नेताओं का कहना है कि यह पुल न केवल माजुली और जोरहाट के बीच यातायात सुगम करेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। पुल का निर्माण शुरू होने से लोगों को राहत मिलेगी और उन्हें नदी पार करने के लिए नौकाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद पुल का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। सात महीनों से निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप्प है, जिससे आवागमन में कठिनाइयां बढ़ रही हैं।
छात्र संघ ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर जल्द ही निर्माण कार्य फिर से शुरू नहीं हुआ, तो वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
फिलहाल, सरकार की ओर से इस ज्ञापन पर क्या प्रतिक्रिया आएगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।