ग्राम पंचायत गोयला के तहत मायापूरी धाम छमकड़ी के अंतर्गत पूज्य माया पूरी महाराज जी की 20वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्री मदभागवत कथा के अंतिम दिन आचार्य धीरज शर्मा जी ने व्यास पीठ से अपनी अमृतवाणी की वर्षा करते हुए, श्री कृष्ण जी व सुदामा जी के मित्रता प्रसंग पर प्रवचन किये, नारद जी का द्वारिका जी में आना और भगवान के अलौकिक रूप के दर्शन करना, व्याध जी के द्वारा भगवान कृष्ण के पाऊं में तीर से भेदन करना, तदोपरान्त स्वलोक गमन व हवन पूर्णाहुति के साथ ही कथा का विश्राम हुआ। कथा समापन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन था जिसमें सैंकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।इस अवसर पर पूर्णानंद जी महाराज, सुख राम, राम सिंह, शिशु पाल,जय पाल ,मुकेश शर्मा,तारा चंद,देव राज, राम सिंह,बहादुर सिंह,ज्वलादास शर्मा,रूप राम, नारायण, सोहन लाल वर्मा, ईश्वर दास,सुरेंद्र कुमार,जगदीश, रमेश कुमार शर्मा , जिया लाल, रमेश, रोहित, राहुल,परस राम,गौरीय ठाकुर रविंद्र कुमार शर्मा ,सतीश कुमार शर्मा कुमार ,देवी दत्त शर्मा ,कौशल्या ,पूनम, विवेक,बिमला दिव्य,आदि भगतजन उपस्थित रहे।
कथा के अंतिम दिन कथावाचक ने श्री कृष्ण सुदामा मित्रता प्रसंग सुनाए
बद्दी 26 जनवरी सतीश जैन