राजस्थान के नीमराना में पुलिस की बर्बरता का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गुरुवार सुबह एक युवक को महिला रिश्तेदार के साथ जाते समय पुलिस ने रोककर बदसलूकी की और फिर थाने में ले जाकर बेरहमी से पीटा। इस घटना में पीड़ित के कान के पर्दों में सूजन आ गई और सुनने में दिक्कत हो रही है।
पुलिस का अमानवीय व्यवहार
गुरुवार सुबह सवा चार बजे, लुधियाना से अपने गांव लौट रहे प्रताप सिंह पुरा निवासी महेश सैनी को पुलिस ने रास्ते में रोक लिया। सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिस टीम ने बिना पूछताछ के बदसलूकी शुरू कर दी। गाड़ी में बैठी महिला रिश्तेदार की ओर इशारा कर पुलिसकर्मियों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पूछा, “छमिया को कहां से ले जा रहे हो।”
थाने में बेरहमी से पीटा
जब महेश सैनी ने पुलिस के इस व्यवहार का विरोध किया, तो पुलिसकर्मी उसे थाने ले गए। पीड़ित का आरोप है कि थाने में तीन पुलिसकर्मियों ने उसे 50-60 थप्पड़ मारे। इस पिटाई से उसके कानों के पर्दों में सूजन आ गई।
रिश्वत की मांग
पुलिस ने महेश पर शांति भंग का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया और उसे छोड़ने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी। महेश के रिश्तेदार जब थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया।
मेडिकल जांच और शिकायत
जमानत मिलने के बाद महेश को बहरोड़ के सरकारी अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कानों में सूजन की पुष्टि की। पीड़ित ने मेडिकल रिपोर्ट के साथ एसपी को शिकायत दर्ज कराई।
जांच जारी
नीमराना के डीएसपी सचिन शर्मा ने बताया कि यह मामला एसपी के माध्यम से उनके पास पहुंचा है। जांच चल रही है और पुलिसकर्मियों की गलती साबित होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।