जयपुर : राजस्थान में विधायकों की परफॉर्मेंस को लेकर एक नई रैंकिंग सामने आई है, जिसमें टॉप-10 विधायकों में केवल एक मंत्री का नाम है, जबकि कांग्रेस पार्टी के दो विधायक इस लिस्ट में शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस रैंकिंग में डिप्टी सीएम और मंत्री राजेंद्र सिंह बैरवा को सबसे कम नंबर मिले हैं। वहीं, कांग्रेस के युवा विधायक अशोक चांदना को टॉप पर रखा गया है, जो अपनी प्रभावशाली कार्यशैली और क्षेत्रीय विकास के लिए प्रसिद्ध हैं।
राजस्थान में विधानसभा की कार्यशैली और विधायकों के प्रदर्शन का आकलन एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, अशोक चांदना ने विधानसभा में अपनी उपस्थिति और जनता से जुड़े मामलों को लेकर बेहतरीन काम किया है, जिसके कारण उन्हें टॉप रैंक मिला। वहीं, अन्य विधायकों की तुलना में उनके काम की सराहना ज्यादा की गई है।
वहीं, डिप्टी सीएम राजेंद्र सिंह बैरवा को इस रिपोर्ट में सबसे कम नंबर मिले हैं। उनके कार्यकाल में जनता के मुद्दों को लेकर कई सवाल उठे थे, जिससे उनकी छवि पर असर पड़ा। बैरवा की नीतियों और उनके द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर आलोचना की जाती रही है, जिससे उनकी परफॉर्मेंस पर नकारात्मक असर पड़ा।
इस रिपोर्ट में विधायक जो एक मंत्री नहीं हैं, उन्हें भी काफी अच्छे नंबर मिले हैं। इसका कारण उनकी जनता के बीच सक्रियता और विधानसभा में उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे थे। कांग्रेस के अलावा, बीजेपी के कुछ विधायक भी अच्छे स्थानों पर हैं, लेकिन कांग्रेस के अशोक चांदना ने टॉप-10 में अपना स्थान पक्का किया है।
राजस्थान के राजनीतिक समीकरण में इन रैंकिंग्स का खासा महत्व है, क्योंकि इससे सरकार की कार्यशैली और विधायकों के प्रभाव का पता चलता है। यह रैंकिंग कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए एक संकेत है कि किस विधायक की कार्यशैली पर ध्यान देने की जरूरत है और किसकी सुधार की आवश्यकता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस रैंकिंग के बाद पार्टी नेतृत्व को यह समझने का मौका मिलेगा कि किस विधायक के काम को और सुधारने की जरूरत है और किसने जनता के बीच अपनी छवि को मजबूत किया है।
राजस्थान में विधायकों की परफॉर्मेंस की रैंकिंग राजनीति के नए दौर की ओर इशारा करती है, जिसमें जनता और कार्यशैली को अहमियत दी जा रही है।