जयपुर : राजस्थान सरकार ने कक्षा 5 और 8 के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब ‘नो-डिटेंशन पॉलिसी’ को समाप्त कर दिया गया है, जिससे कक्षा 5 और 8 के विद्यार्थियों को परीक्षा में असफल होने पर अगली कक्षा में प्रमोशन नहीं मिलेगा। इस निर्णय के तहत विद्यार्थियों को साल के अंत में असफल होने पर दो महीने बाद पुनः परीक्षा देनी होगी, और अगर वे फिर से फेल होते हैं तो उन्हें उसी कक्षा में दोहराना होगा।
केंद्र सरकार ने यह कदम ‘बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार’ (RTE) के तहत नियमों में संशोधन कर उठाया है। इस फैसले के पीछे उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति गंभीरता को बढ़ाना है।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक और दूरदर्शी कदम है, जो भारतीय शिक्षा व्यवस्था में नई दिशा लाएगा। उन्होंने कहा, “अब छात्रों में जिम्मेदारी और गंभीरता का विकास होगा, जिससे उनके समग्र विकास में मदद मिलेगी।”
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बदलाव के बावजूद, किसी भी विद्यार्थी को प्राथमिक शिक्षा पूरी करने से पहले स्कूल से बाहर नहीं निकाला जाएगा।
मदन दिलावर ने कहा कि इस निर्णय से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा, बल्कि विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयार होने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी सफलता की संभावना भी बढ़ेगी।