बिलासपुर, 7 फरवरी – व्याख्याता राम प्यारे कश्यप के खिलाफ धोखाधड़ी की दो शिकायतें दर्ज हुई हैं। पहली शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज की गई थी, जहां उन्होंने कथित रूप से एक व्यक्ति को ट्रांसफर का फर्जी पत्र देकर धोखा दिया। हालांकि, पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया, जिससे कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं।
अब दूसरी शिकायत सकरी थाने में दर्ज की गई है, जिसमें शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया गया है। शिकायतकर्ता परदेशी लाल करार ने पुलिस को बताया कि राम प्यारे कश्यप ने बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से संबंध होने का दावा कर सहायक शिक्षक की नौकरी दिलाने के लिए 5 लाख रुपये लिए, लेकिन न तो नौकरी लगवाई और न ही पैसे लौटाए।
धोखाधड़ी का पूरा मामला:
- 2021 में 2 लाख रुपये दिए गए थे, जिसकी गवाह राम प्यारे की माँ और अन्य परिचित थे।
- 2023 में 3 लाख रुपये और दिए, लेकिन फिर भी नौकरी नहीं लगी।
- जब शिकायतकर्ता ने पैसा वापस मांगने गया, तो आरोपी ने गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
अब यह देखना होगा कि सकरी पुलिस इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करती है या सिविल लाइन पुलिस की तरह सिर्फ खानापूर्ति कर छोड़ देती है।
शिकायतकर्ता ने प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है।