मुंबई : भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 800 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी फिसलकर 19,200 के करीब आ गया। बाजार में यह गिरावट वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेतों और घरेलू आर्थिक चिंताओं के चलते देखने को मिली।
सेंसेक्स दिन की शुरुआत से ही लाल निशान में खुला और दिनभर गिरावट के साथ कारोबार करता रहा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 800 अंक गिरकर 64,000 के स्तर के करीब बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 200 अंकों की गिरावट के साथ 19,250 के स्तर पर आ गया। बैंकिंग, आईटी, और मेटल जैसे सेक्टरों में सबसे ज्यादा दबाव देखा गया।
रुपया भी इस दौरान कमजोर होकर 83.40 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गया। यह गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजारों में बिकवाली और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी ने भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
कारोबार के दौरान एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस जैसे दिग्गज स्टॉक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) और फार्मा सेक्टर के कुछ स्टॉक्स ने मामूली बढ़त के साथ बाजार को संभालने की कोशिश की।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर सख्त नीति और वैश्विक मंदी की आशंका के कारण निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है। साथ ही, घरेलू स्तर पर कमजोर आर्थिक आंकड़े और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से भी बाजार पर दबाव बना है।
निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे इस समय सतर्क रहें और किसी भी नए निवेश से पहले बाजार की स्थिति का अच्छी तरह से विश्लेषण करें। बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर फिलहाल जारी रह सकता है।