जयपुर : के पूर्व राजपरिवार के सदस्य पद्मनाभ सिंह ने एक अहम बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अपने परिवार की भूमिका को लेकर खुलकर विचार व्यक्त किए। पद्मनाभ सिंह ने कहा कि उनका परिवार कभी खुद को राजा नहीं मानता, बल्कि उन्हें यह गर्व है कि वे जयपुर के ‘फर्स्ट सर्वेंट’ हैं। पद्मनाभ सिंह ने यह बयान पोलो खेल के संदर्भ में दिया, जिसमें उन्होंने जयपुर में पोलो के गौरव को पुनः स्थापित करने के लिए अपने परिवार के योगदान को रेखांकित किया।
जयपुर के राजपरिवार के बारे में ऐतिहासिक दृष्टिकोण रखते हुए पद्मनाभ सिंह ने बताया कि उनके परिवार का उद्देश्य हमेशा समाज की सेवा करना रहा है और उन्होंने अपने परिवार के लिए यह सिद्धांत अपनाया है कि वे शासन करने के बजाय समाज के लिए कार्य करें। “हमारा परिवार कभी भी खुद को राजा नहीं मानता,” पद्मनाभ ने कहा, “हमारी भूमिका हमेशा सेवा की रही है और हम उसे आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।”
पोलो के बारे में बात करते हुए पद्मनाभ ने कहा कि जयपुर ने पोलो में जो गौरव हासिल किया था, उसे वापस लाने के लिए उनका परिवार और वे व्यक्तिगत रूप से काम कर रहे हैं। जयपुर की पोलो टीम को एक नई दिशा देने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों ने इस खेल को फिर से प्रमुखता दिलाई है। उन्होंने कहा कि पोलो न केवल जयपुर, बल्कि देश की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है और इसे सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए उनके परिवार की प्रतिबद्धता मजबूत है।
पद्मनाभ सिंह का यह बयान समाज के लिए उनकी सोच और जिम्मेदारी को दर्शाता है, जो उनके परिवार की नीति को लेकर एक सकारात्मक संदेश देता है। वह मानते हैं कि वे जो भी करते हैं, वह जयपुर और उसकी जनता के भले के लिए है।