धौलपुर में भू-माफियाओं के फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक मृतक व्यक्ति की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचने की साजिश रची गई थी, लेकिन उपपंजीयक की सतर्कता के चलते सौदा अंतिम रूप नहीं ले सका।
मामला जिले के गांव रूंध पचगांव का है, जहां मृतक सोहन सिंह की 08 बीघा 07 विस्वा भूमि को फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने की कोशिश की जा रही थी। इस साजिश में मृतक के चचेरे भाई सतनाम सिंह बैंस और हरभजन सिंह बैंस शामिल थे। उन्होंने अपने समधी जसवीर सिंह भुल्लर को कनाडा से बुलाकर मृतक के रूप में पेश किया और जमीन अपने नाम कराने का प्रयास किया।
आरोपियों ने सोहन सिंह के नाम से कूटरचित आधार कार्ड भी तैयार किया, जिसमें जसवीर सिंह भुल्लर का फोटो और मृतक का नाम अंकित था। इसी आधार पर उन्होंने धौलपुर उपपंजीयक कार्यालय में बयनामा दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन उपपंजीयक की सूझबूझ से यह साजिश पकड़ी गई और जमीन की रजिस्ट्री रुकवा दी गई।
धौलपुर जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरडा के निर्देशन में कोतवाली थानाधिकारी हरिनारायण मीना के नेतृत्व में जांच शुरू हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सतनाम सिंह बैंस, हरभजन सिंह बैंस और जसवीर सिंह भुल्लर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इस फर्जीवाड़े में शामिल सगीर खां और मुन्ना खां की तलाश जारी है।
जिले में भू-माफियाओं के बढ़ते हौसले प्रशासन के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। जानकारों का कहना है कि यदि पिछली रजिस्ट्रियों की जांच कराई जाए, तो और भी बड़े फर्जीवाड़े सामने आ सकते हैं।